संतोष जैन जबलपुर. उखरी चौकी स्थित गैलेक्सी हॉस्पिटल का एक और कारनामा सामने आया है, जहां इलाज करा रहे एक मरीज का जब लाखों का बिल हो गया तो मरीज के परिजनों ने शासकीय अस्पताल ले जाने की बात कही, लेकिन हॉस्पिटल में करीब पांच लाख का इलाज कराकर लुटे-पिटे मरीज के परिजनों के पास पैसे नहीं थे, इस बात से खफा होकर अस्पताल प्रबंधन ने मरीज को ही पैसे के लिए बंधक बना लिया.
इतना ही नहीं जब पीडि़त मरीज के परिजनों ने हॉस्पिटल प्रबंधन से पैसे की कमी होने की गुहार लगाकर सेवा चार्र्ज अधिक वसूलने की बात कही तो हॉस्पिटल प्रबंधन ने इन बातों को सिरे से खारिज कर दिया और तत्काल पैसे भरने की मांग करने लगा. जिसके बाद पीडि़त मरीज के परिजनों में हॉस्पिटल में भारी हंगामा कर दिया. बात बढ़ते देख मौके पर लार्डगंज पुलिस दल-बल के साथ पहुंची, लेकिन प्रबंधन अपनी ही बात पर ही अड़ा रहा.
पीडि़त मरीज बृहस्पति चतुर्वेदी के बेटे आयुष चतुर्वेदी निवासी रीवा ने बताया कि करीब 10 दिन से उसके पापा हॉस्पिटल में इलाजरत है. जब मरीज भर्ती किया गया था, उस दिन रविवार था. जिसके चलते कोई भी मरीज को देखने तक नहीं आया और उसे एडमिट करा लिया. लेकिन इतने दिन व्यतीत हो जाने के बाद भी मरीज की हालत में कोई सुधार नहीं दिखा.
पांच लाख दे चुके, पांच लाख और मांग रहे
आर्य समय को पीडि़त मरीज के परिजनों ने बताया कि अभी तक इलाज में करीब पांच लाख रुपए दे चुके है, लेकिन अस्पताल प्रबंधन अभी करीब पांच लाख रुपए की और डिमांड कर रहा था. हम इतने पैसे कहां से दे पाएंगे. जिसके बाद परिजनों ने मरीज को शासकीय अस्पताल में भर्ती करने की बात कही तो अस्पताल प्रबंधन भारी भरकम बिल दिखाने लगा. जब परिजनों ने सेवा चार्ज अधिक होने की बात कही तो प्रबंधन अपनी ही बात पर अड़ गया और मरीज के बंधक बना लिया.
पुलिस और मीडिया को देखकर हुआ नरम रुख
वहीं अस्पताल में हंगामा बढ़ते देख मौके पर पहुंची मीडिया और पुलिस ने जब पीडि़त मरीज के परिजनों से बात कि तब कहीं जाकर अस्पताल का रुख नरम हुआ और अस्पताल प्रबंधन ने मरीज को डिस्चार्ज करने की हामी भरी.